आत्म परिचय : युवा पुरुष
सपनाक शीशा कें
अपनहि आँखिक पुतरीक पाथर सभ तोड़ी गेल |
प्रज्ञाक पुरुष ठाढ एहि पार
स्वयं कें छोड़ी आयल ओहि पार
(बीच में अभिशप्त कोसिका धार)
आंखि ज्योतिहीन,
बोध बहिर |
हम एहि युगक
पच्चीस वर्षीय
उदाहृत आदर्श छी
(युवा पुरुष !)
अपनहि आँखिक पुतरीक पाथर सभ तोड़ी गेल |
प्रज्ञाक पुरुष ठाढ एहि पार
स्वयं कें छोड़ी आयल ओहि पार
(बीच में अभिशप्त कोसिका धार)
आंखि ज्योतिहीन,
बोध बहिर |
हम एहि युगक
पच्चीस वर्षीय
उदाहृत आदर्श छी
(युवा पुरुष !)