।।जै ठां भेटए अहार ।।
अनेक-अनेक तरहक
सामाजिक-मनोवैज्ञानिक सुरक्षा कें अकानैत
जोगीलाल
बनौलनि दूमहला मकान
दूमहला पर घरबास भेल
तं ओतए इजोत जरल
इजोत देखलनि तं जुमै गेलाह
एक-सं-एक नेमव्रतधारी बहादुर
कीट,फतिंगा,नन्हकी आ गन्हकी
जै ठां भेटए अहार,तत्तहि करी विहार
ई जे कानून छियै
से कोनो भारतीय सरकारक कानून तं छियै नहि
जाहि मे सेक्सन सं बेसी भोकांडे पाओल जाइ
पहुंचलाह कीट-फतिंगा-वृन्द
तं पाछुए लागल जुमलाह महाशय बेंग
जै ठां भेटए अहार……
आ, आइ जोगीलालक दूमहला पर
साक्षात नागराज देलखिन अछि दरसन।
वैह बात !
जै टां भेटए अहार तत्तहि करी विहार……..
व्यथित छथि जोगीलाल !
हौ बाबू जोगीलाल,
आब की करबह?
कते-कते व्यथें एक्के जनम मे मरबह !!
सामाजिक-मनोवैज्ञानिक सुरक्षा कें अकानैत
जोगीलाल
बनौलनि दूमहला मकान
दूमहला पर घरबास भेल
तं ओतए इजोत जरल
इजोत देखलनि तं जुमै गेलाह
एक-सं-एक नेमव्रतधारी बहादुर
कीट,फतिंगा,नन्हकी आ गन्हकी
जै ठां भेटए अहार,तत्तहि करी विहार
ई जे कानून छियै
से कोनो भारतीय सरकारक कानून तं छियै नहि
जाहि मे सेक्सन सं बेसी भोकांडे पाओल जाइ
पहुंचलाह कीट-फतिंगा-वृन्द
तं पाछुए लागल जुमलाह महाशय बेंग
जै ठां भेटए अहार……
आ, आइ जोगीलालक दूमहला पर
साक्षात नागराज देलखिन अछि दरसन।
वैह बात !
जै टां भेटए अहार तत्तहि करी विहार……..
व्यथित छथि जोगीलाल !
हौ बाबू जोगीलाल,
आब की करबह?
कते-कते व्यथें एक्के जनम मे मरबह !!