।।गोनू झाक गीत।।
गुनियां देखलहुं गे मैया,
निरगुनियां देखलहुं गे
एके बेर मरि क’ हम सौंसे
दुनियां देखलहुं गे।
टाका के सब यार एतय छै
अतमा के नहि यार
अही भांज मे सब लागल
जे कहुना दांव सुतार
महफिल देखलहुं गे मैया,
हम तहसिल देखलहुं गे
स्वारथ के सब सांप, करैए
सहसह देखलहुं गे।।
जिनगी भरि जे संग चलल छल
सेहो अन्त मे छोडय
जकरा ले’ हम की ने केलहुं
सैह हृदय कें तोडय
गौंओ देखलहुं गे मैया
हम घरुओ देखलहुं गे
एके बेर मरि क’ हम मैया
तोरो चिन्हलहुं गे।।
निरगुनियां देखलहुं गे
एके बेर मरि क’ हम सौंसे
दुनियां देखलहुं गे।
टाका के सब यार एतय छै
अतमा के नहि यार
अही भांज मे सब लागल
जे कहुना दांव सुतार
महफिल देखलहुं गे मैया,
हम तहसिल देखलहुं गे
स्वारथ के सब सांप, करैए
सहसह देखलहुं गे।।
जिनगी भरि जे संग चलल छल
सेहो अन्त मे छोडय
जकरा ले’ हम की ने केलहुं
सैह हृदय कें तोडय
गौंओ देखलहुं गे मैया
हम घरुओ देखलहुं गे
एके बेर मरि क’ हम मैया
तोरो चिन्हलहुं गे।।