सन्देश
1 अहाँ कें खूब आशीर्वाद ! आदरणीय किसुन जी कें पढनो ने जानी कतेक युग -वर्ष भ' गेल छल !आरसी बाबू ,नाचिकेताक कविता पढ़ब एकटा नव अनुभव आनंद बुझैल ! ह्रदय सन धन्यवाद वत्स जी .एखन मों पडले जे - हमर पहिल हिन्दिक नवगीत , नचिकेता जी प्रकाशित केने रहथि -अपन पत्रिका में ." बरसाती नालों का
पानी और बहना
बस्ती भर
जलने में किस से
क्या कहना ...
सस्नेह , . गंगेश गुंजन
2.प्रिय भाई देवाशीष जी,आपकी साईट से गुजरना अच्छा लगा | नागार्जुन,राजकमल चौधरी,नामवर सिंह आदि को एक साथ पढना,देखना अच्छा लगा | धीरे-धीरे आप इसे वेब पर एक महत्वपूर्ण मुकाम दिला देंगे |इस आशा के साथ ...कुमार मुकुल
पानी और बहना
बस्ती भर
जलने में किस से
क्या कहना ...
सस्नेह , . गंगेश गुंजन
2.प्रिय भाई देवाशीष जी,आपकी साईट से गुजरना अच्छा लगा | नागार्जुन,राजकमल चौधरी,नामवर सिंह आदि को एक साथ पढना,देखना अच्छा लगा | धीरे-धीरे आप इसे वेब पर एक महत्वपूर्ण मुकाम दिला देंगे |इस आशा के साथ ...कुमार मुकुल