मनोविनोदिनी
संवाद तो
होता ही रहता है
पर कुछ कहना
रह जाता है बाकी
सो उसका नाम
पुकारना चाहता हूं
जोर जोर से …….
उससे
यह सब कहूं
तो कहेगी
पागल…….
फिर खुश होउंगा
बेइंतहां
तब
कहेगी वह
सुधर जाइए
अब भी
अच्छा नहीं
यह
होता ही रहता है
पर कुछ कहना
रह जाता है बाकी
सो उसका नाम
पुकारना चाहता हूं
जोर जोर से …….
उससे
यह सब कहूं
तो कहेगी
पागल…….
फिर खुश होउंगा
बेइंतहां
तब
कहेगी वह
सुधर जाइए
अब भी
अच्छा नहीं
यह