मानवता
मूंहमें एखनहूं पड़ल छई–
अधचिबाओल ,हरित,कोमल,आस्था केर शस्य |
कानमें एखनहूँ गुंजैछे तानसेनक गीत
कन्व-दुहिता-प्रीत
किन्तु
दुश्यन्तक देखि भीषण रथ
धनुष आ’ तीर
भयाकुल अछि हरिन-दल संत्रस्त
दऽ रहल चकभाउर ठामहिठाम |
अधचिबाओल ,हरित,कोमल,आस्था केर शस्य |
कानमें एखनहूँ गुंजैछे तानसेनक गीत
कन्व-दुहिता-प्रीत
किन्तु
दुश्यन्तक देखि भीषण रथ
धनुष आ’ तीर
भयाकुल अछि हरिन-दल संत्रस्त
दऽ रहल चकभाउर ठामहिठाम |