पूरबा हवा है यह
स्नेहिल आगोश की
निरंतरता में समोती हमें
पूरबा हवा है यह
आकाश का
नम नीलापन
हमारी आंखों में
आंजती
भीतर को
करती बाहर
बाहर को
भरती भीतर
हवा है यह
निरंतरता में समोती हमें
पूरबा हवा है यह
आकाश का
नम नीलापन
हमारी आंखों में
आंजती
भीतर को
करती बाहर
बाहर को
भरती भीतर
हवा है यह