स्नेह
बदल रहा है मौसम मन का ,
स्नेह कि हवा दे रही दस्तक |
अंकुर देता बीज ह्रदय में ,
हुई भावना नतमस्तक |
उसड़ संगती के संयोग में ,
जीवन वज्र किया ,
छुवन नहीं महसूस कर रहा ,
किसने स्नेह लिया ?
स्नेह कि हवा दे रही दस्तक |
अंकुर देता बीज ह्रदय में ,
हुई भावना नतमस्तक |
उसड़ संगती के संयोग में ,
जीवन वज्र किया ,
छुवन नहीं महसूस कर रहा ,
किसने स्नेह लिया ?