प्रार्थना
हमर आत्माक सत्य
आवर्तक व्यूह पडल
मुदा डूबल नहि
जिह्वा पर दुधक फोका नहि लगैछ
देह पर रेंगैत
बीच्छ ओ चुटिक्क जान
बचा एखनो धरी रखने अछि
जल भरल आँखिक कोरे
जल-परिक स्नापित देह
एखनो सुवासित अछि
हम जाहि टीला पर ठाढ़ छि
से बालूक बुर्ज नहि
हमर एम्हर ओम्हर
पतझड़ आ वसंतक
एकपेढिया बिछल छैक
हमर तरबा सँ दबल
इतिहासक हल्दिया पराग अछि
हमर दृष्टि कंकाल
शून्य अटकल नहि
कियैक तं ओ
स्वर्गक पतित साधक नहि
हे देवता !
आब अपने बुझी गेल होयबैक!
हम विकलांग नहि
बलक दुलार आ
माताक दुधिया हुलास जनैत छी
मुदा हे देवता !
हे समानांतर
हम अपनेकें चाहैत छी .
समानांतर रेखा
एक दोसरा कें सहारा देत छै
अहाँक कुम्भकर्णी कें
हमर उन्निद्राक आभास होउक
अहाँक पाथरक पैर
हमर ,मारुती पैरक
गति मांगथि
हमर संघर्षक गीत
अहाँक श्रवण धारण करथि
एहन प्रार्थना अपने ब्रह्मा सँ करू
यैह अपने सँ हमर प्रार्थना .
आवर्तक व्यूह पडल
मुदा डूबल नहि
जिह्वा पर दुधक फोका नहि लगैछ
देह पर रेंगैत
बीच्छ ओ चुटिक्क जान
बचा एखनो धरी रखने अछि
जल भरल आँखिक कोरे
जल-परिक स्नापित देह
एखनो सुवासित अछि
हम जाहि टीला पर ठाढ़ छि
से बालूक बुर्ज नहि
हमर एम्हर ओम्हर
पतझड़ आ वसंतक
एकपेढिया बिछल छैक
हमर तरबा सँ दबल
इतिहासक हल्दिया पराग अछि
हमर दृष्टि कंकाल
शून्य अटकल नहि
कियैक तं ओ
स्वर्गक पतित साधक नहि
हे देवता !
आब अपने बुझी गेल होयबैक!
हम विकलांग नहि
बलक दुलार आ
माताक दुधिया हुलास जनैत छी
मुदा हे देवता !
हे समानांतर
हम अपनेकें चाहैत छी .
समानांतर रेखा
एक दोसरा कें सहारा देत छै
अहाँक कुम्भकर्णी कें
हमर उन्निद्राक आभास होउक
अहाँक पाथरक पैर
हमर ,मारुती पैरक
गति मांगथि
हमर संघर्षक गीत
अहाँक श्रवण धारण करथि
एहन प्रार्थना अपने ब्रह्मा सँ करू
यैह अपने सँ हमर प्रार्थना .