जीवन परिचय
नाम- मायानंद मिश्र
पित्रिनाम- पंडित श्री बबुनंदन मिश्र
जन्म – बनैनिया १७-८-१९३४ ई
शिक्षा- एम.ए.(हिंदी,मैथिलि)
वृत्ति -अध्यापन,सहरसा कालेज ,सहरसा
रूचि – कथा-साहित्य-पाठन,भ्रमण आ आलस्य सेवन
लेखनारम्भ-सन १९४८ में मैथिलिमें |
पहिल रचना – हम रेल देखब (गल्प) स्कूल पत्रिका सन ४९ई. में |
सन ५० ई.में ‘गीत’ बुढ़बा मिथिला मिहिर में |
प्रकाशित पोथी- जे भाग्ये प्रकाशक ताकि लेलक ,भाङक लोटा (हास्य गल्प) सन ५१ई .में,
आगि मोम आ’ पाथर (गल्प संकलन, बिहाड़ी,पात आ’ पाथर (उपन्यास), खोंता आ’ चिडै (उपन्यास)दिशांतर (काव्य संकलन), , माटिक लोक: सोनाक नाह (उपन्यास),चन्द्र-बिंदु (गल्प संकलन) एक्के बापक बेटा (रेडियो नाट्य संकलन) मैथिलि काव्य: आधुनिक काल (समीक्षा) कल्मस्थ- पुनश्च (उपन्यास) अनेक एक (उपन्यास) मंत्रपुत्र (ऐतिहासिक उपन्यास) पुरोहित
पित्रिनाम- पंडित श्री बबुनंदन मिश्र
जन्म – बनैनिया १७-८-१९३४ ई
शिक्षा- एम.ए.(हिंदी,मैथिलि)
वृत्ति -अध्यापन,सहरसा कालेज ,सहरसा
रूचि – कथा-साहित्य-पाठन,भ्रमण आ आलस्य सेवन
लेखनारम्भ-सन १९४८ में मैथिलिमें |
पहिल रचना – हम रेल देखब (गल्प) स्कूल पत्रिका सन ४९ई. में |
सन ५० ई.में ‘गीत’ बुढ़बा मिथिला मिहिर में |
प्रकाशित पोथी- जे भाग्ये प्रकाशक ताकि लेलक ,भाङक लोटा (हास्य गल्प) सन ५१ई .में,
आगि मोम आ’ पाथर (गल्प संकलन, बिहाड़ी,पात आ’ पाथर (उपन्यास), खोंता आ’ चिडै (उपन्यास)दिशांतर (काव्य संकलन), , माटिक लोक: सोनाक नाह (उपन्यास),चन्द्र-बिंदु (गल्प संकलन) एक्के बापक बेटा (रेडियो नाट्य संकलन) मैथिलि काव्य: आधुनिक काल (समीक्षा) कल्मस्थ- पुनश्च (उपन्यास) अनेक एक (उपन्यास) मंत्रपुत्र (ऐतिहासिक उपन्यास) पुरोहित