बेनाम पते की चिट्ठियां
मन का उदास होना
यूँ ही नहीं है
कहीं कुछ चुभ रहा है
धीरे -धीरे
कोई सन्देश भी तो नहीं भेजा जा सकता
किसी परिंदे को
फुसलाकर
कि लौट आएँगी
सारी चिट्ठियाँ
बेनाम पते की
यूँ ही नहीं है
कहीं कुछ चुभ रहा है
धीरे -धीरे
कोई सन्देश भी तो नहीं भेजा जा सकता
किसी परिंदे को
फुसलाकर
कि लौट आएँगी
सारी चिट्ठियाँ
बेनाम पते की