परिचय
नाम – श्री मनिन्द्र नारायण चौधरी
उपनाम – फूलबाबू (गाममे )
प्रख्यात्नाम -राजकमल चौधरी
जन्म – १३ दिसंबर १९२९ ई .
जन्मस्थान – रामपुर (सहरसा) मुदा पिता स्व. पं. मधुसूदन चौधरी महिषी (सहरसा) क निवासी
शिक्षा – १९४७ में मैट्रिकुलेशन ,तत्पश्चात भागलपुरसँ आइ.कम आ गया कालेज सँ बी. कम
लेखनारंभ-प्रथम कविता शशि उर्वशी (१९५४) वैदेही में प्रकाशित (डा.बालगोविन्द झा ‘व्यथितक’ अनुसार )प्रथम कथा (प्रो. धीरेंद्रक अनुसार ) ‘अपराजिता’ (वैदेही १९५४ में प्रकाशित)
प्रकाशित रचना – विभिन्न हिंदी-मैथिलि पत्र-पत्रिका में प्रकशित कथा,कविता,निबंद्धआदिक अतिरिक्त – नदी बहती थी, मछली मरी हुई,देह गया, शहर था शहर नही था,अरण्यक,एक अनार,एक बीमार,चौरंगी (अनुवाद)
हिंदी उपन्यास -आदिकथा,कथा पराग,आन्दोलन
मैथिलि उपन्यास -कंकावती आ मुक्ति प्रसंग -हिंदी कविता संकलन तथा स्वरंगवा मैथिलि काव्य संकलन प्रकाशित
उपनाम – फूलबाबू (गाममे )
प्रख्यात्नाम -राजकमल चौधरी
जन्म – १३ दिसंबर १९२९ ई .
जन्मस्थान – रामपुर (सहरसा) मुदा पिता स्व. पं. मधुसूदन चौधरी महिषी (सहरसा) क निवासी
शिक्षा – १९४७ में मैट्रिकुलेशन ,तत्पश्चात भागलपुरसँ आइ.कम आ गया कालेज सँ बी. कम
लेखनारंभ-प्रथम कविता शशि उर्वशी (१९५४) वैदेही में प्रकाशित (डा.बालगोविन्द झा ‘व्यथितक’ अनुसार )प्रथम कथा (प्रो. धीरेंद्रक अनुसार ) ‘अपराजिता’ (वैदेही १९५४ में प्रकाशित)
प्रकाशित रचना – विभिन्न हिंदी-मैथिलि पत्र-पत्रिका में प्रकशित कथा,कविता,निबंद्धआदिक अतिरिक्त – नदी बहती थी, मछली मरी हुई,देह गया, शहर था शहर नही था,अरण्यक,एक अनार,एक बीमार,चौरंगी (अनुवाद)
हिंदी उपन्यास -आदिकथा,कथा पराग,आन्दोलन
मैथिलि उपन्यास -कंकावती आ मुक्ति प्रसंग -हिंदी कविता संकलन तथा स्वरंगवा मैथिलि काव्य संकलन प्रकाशित