वेद-ए-मुक़द्दस
शुऊरे-इन्साँ के आफ़ताबे-अज़ीम की अव्वलीं शुआएँ
जो लह्नो-आवाज़ बन गयी हैं
वो अव्वलीं आलमे-तहैयुर[1]
ज़मीन क्या, आस्मान क्या है?
सितारे क्यों जगमगा रहे हैं?
तहैयुर इक नग़्मः-ए-मुसलसल
तहैयुर इक रक़्से-वालिहाना
तहैयुर इक फ़िक्रे-आरिफ़ाना[2]
कोई है ख़ालिक़[3] तो वो कहाँ है?
अगर नहीं है तो फिर ये क्या है?
ये दिल में किस नूर की ज़िया[4] है
बशर का जल्वा है या ख़ुदा है?
शब्दार्थ:
जो लह्नो-आवाज़ बन गयी हैं
वो अव्वलीं आलमे-तहैयुर[1]
ज़मीन क्या, आस्मान क्या है?
सितारे क्यों जगमगा रहे हैं?
तहैयुर इक नग़्मः-ए-मुसलसल
तहैयुर इक रक़्से-वालिहाना
तहैयुर इक फ़िक्रे-आरिफ़ाना[2]
कोई है ख़ालिक़[3] तो वो कहाँ है?
अगर नहीं है तो फिर ये क्या है?
ये दिल में किस नूर की ज़िया[4] है
बशर का जल्वा है या ख़ुदा है?
शब्दार्थ: