काल-तुला
पछिलका पलड़ा जंका अछी
भूत कर आयाम
जाही पर
लादल अनेको बटखरा सब
भांतिक भातिक
चोट माध्यम और बड़का
जीवनक भोगल क्षणक आ
अतीतक घटनावली केर
अगिलका पलड़ा जकां अछी
भविष्यक आयाम
जाही पर लादल अटेडल
अनागति केर ढ़ेरी-
जाहि दिस औत्सुक्य भांवे
दृष्टी लागल नित्य
काँट निकुतिक
बनल अछी इ
वर्तमान निमेश –
बीतल क्षण केर बाद
ओ पुनि
अनागतसँ पूर्व
ओ अपन अस्तित्वमात्रक
दैत अछी संकेत —–
भूत कर आयाम
जाही पर
लादल अनेको बटखरा सब
भांतिक भातिक
चोट माध्यम और बड़का
जीवनक भोगल क्षणक आ
अतीतक घटनावली केर
अगिलका पलड़ा जकां अछी
भविष्यक आयाम
जाही पर लादल अटेडल
अनागति केर ढ़ेरी-
जाहि दिस औत्सुक्य भांवे
दृष्टी लागल नित्य
काँट निकुतिक
बनल अछी इ
वर्तमान निमेश –
बीतल क्षण केर बाद
ओ पुनि
अनागतसँ पूर्व
ओ अपन अस्तित्वमात्रक
दैत अछी संकेत —–