Like Us Here
  • होम
  • हमारे बारे में
  • रचनाएँ
    • कवियों की सूची >
      • रामकृष्ण झा 'किसुन'>
        • मनुक्ख जिबेत अछि
        • जिनगी : चारिटा द्रिष्टिखंड
        • उग रहा सूरज …
        • ‘किसुन जी’ क दृष्टि आ मूल्य-बोध
        • मृत्यु
      • राजकमल चौधरी>
        • प्रवास
        • वयः संधि , द्वितीय पर्व
        • द्रौपदी सँ विरक्ति
        • अर्थ तंत्रक चक्रव्यूह
        • तुम मुझे क्षमा करो
        • पितृ-ऋण
        • जेठ मास का गीत
        • कोशी-किनारे की सांझ
        • राजकमल चौधरी की मैथिली कविताएं : गांव के बार&
      • नंदिनी पाठक>
        • दिल की जमीं
        • अथक प्रयास
        • स्नेह सुगंध
        • स्नेह
        • भीर भावना क़ी
        • प्रकाशित आत्मा
        • नेपथ्य
        • जिन्दगी शहर की
        • छीटे मनोरथ के
        • आसमा से
        • धृष्टता
        • गवाही
        • अग्निदीक्षा
        • उपेक्षा
        • उसड़ संगति
      • आर.सी. प्रसाद सिंह>
        • जीवन
        • तुम्हारी प्रेम-वीणा का अछूता तार
        • जीवन का झरना
        • नए जीवन का गीत
        • चाँद को देखो
      • प्रो. मायानंद मिश्र>
        • आस्था
        • युग वैषम्य
        • हे आबेबला युग
        • मानवता
        • साम्राज्यवाद
      • अनुप्रिया>
        • अकेला बूढा
        • वजूद तुम्हारा
        • एक बार मुस्कुराना
        • डाकिया
        • कौन
        • अधूरा सपना
        • तुम
        • मेरी कहानी
        • प्रेम
        • घर में शब्द
        • उन्मुक्त
        • तुम
        • डायरी
        • देह
        • भगजोगनी
        • बेनाम पते की चिट्ठियां
        • पैबंद लगे सपने
        • माएं
        • बिरवा
        • क्यूँ
        • एक पिता
        • उम्मीद
        • अपने ही विरुद्ध
        • तुम्हारे इंतजार में
        • कौन हो तुम
        • मेरा मन
        • मैं और तुम
        • जाने क्यूँ>
          • अधूरे सवाल
        • अन्धकार
        • सूरज
        • कौन
        • जिन्दगी
        • मेरा अकेलापन
        • मेरी आहटें
        • तुम और मैं
      • जीवकांत>
        • इजोरियामे नमरल आर्द्रांक मेघ
        • सीमा
        • परिवार
        • सौन्दर्य-बोध
      • डा. गंगेश गुंजन>
        • आत्म परिचय : युवा पुरुष
        • अनुपलब्ध
        • पीड़ा
        • बंधु चित्र
        • एक टा कविता
        • गोबरक मूल्य
      • नचिकेता>
        • भूख बँटे पर
        • दरख्तों पर पतझर
        • जेहन में
        • खुले नहीं दरवाज़े
        • किसलय फूटी
        • कमरे का धुआँ
        • उमंगों भरा शीराज़ा
      • नामवर सिंह>
        • दोस्त, देखते हो जो तुम
        • कोजागर
        • पंथ में सांझ
        • धुंधुवाता अलाव
        • विजन गिरिपथ पर चटखती
        • पारदर्शी नील जल में
      • बाबा नागार्जुन>
        • नवतुरिए आबओं आगाँ
        • आन्हर जिन्दगी !
        • मनुपुत्र,दिगंबर
        • छीप पर राहऔ नचैत
        • बीच सड़क पर
        • जी हाँ , लिख रहा हूँ
        • सच न बोलना
        • यह तुम थीं
      • रामदेव झा>
        • मोन
        • निर्जल मेघ
        • फोटोक निगेटिव
        • काल-तुला
      • कुमार मुकुल >
        • सफेद चाक हूं मैं
        • हर चलती चीज
        • सोचना और करना दो क्रियाएं हैं
        • लड़की जीना चाहती है
        • प्‍यार – दो कविताएं
        • गीत
        • मैं हिन्‍दू हूँ
        • महानायक
        • बना लेगी वह अपने मन की हंसी
        • हमें उस पर विश्‍वास है
        • दिल्ली में सुबह
        • ज़िन्दगी का तर्जुमा
        • वॉन गॉग की उर्सुला
        • जो हलाल नहीं होता
        • न्यायदंड
        • मेरे रक्‍त के आईने में
        • पिता
        • समुद्र के ऑसू
        • यतीमों के मुख से छीने गये दूध के साथ…
        • बेचैन सी एक लड़की जब झांकती है मेरी आंखों मे&
        • कि अकाश भी एक पाताल ही है – कथा कविता
        • पूरबा हवा है यह
        • मनोविनोदिनी>
          • मनोविनोदिनी-1
          • मनोविनोदिनी-2
        • कवि रिल्‍के के लिये
        • आफिसिअल समोसों पर पलनेवाले चूहे
        • तुम्‍हारी उदासी के कितने शेड्स हैं विनायक ì
        • मुझे जीवन ऐसा ही चाहिए था…
      • तारानंद वियोगी>
        • ।।बुढबा नेता ।।
        • ।।बेबस जोगी ।।
        • ।।घर ।।
        • ।।कः कालः।।
        • ।।स्त्रीक दुनिञा।।
        • यात्रीजी की वैचारिकता
        • परम्परा आ लेखक – डॉ० तारानन्द वियोगी
        • मृतक-सम्मान
        • ककरा लेल लिखै छी
        • सुग्गा रटलक सीताराम
        • मेरे सीताराम(मैथिली कहानी)
        • नागार्जुन की संस्कृत कविता – तारानन्द विय
        • ।।गोनू झाक गीत।।
        • ।।जाति-धरम के गीत।।
        • ।।भैया जीक गीत।।
        • ।।मदना मायक गीत।।
        • गजल – तारानन्द वियोगी
        • गजल
        • केहन अजूबा काज
        • तारानन्द वियोगीक गजल
        • मैथिली कविता ।। प्रलय-रहस्य ।।
        • ।।प्रलय-रहस्य।।
        • ।।धनक लेल कविक प्रार्थना।।
        • ।।बुद्धक दुख॥
        • ।।गिद्धक पक्ष मे एकटा कविता।।
        • ।।विद्यापतिक डीह पर।।
        • ।।पंचवटी।।
        • ।।घरबे।।
        • ।।रंग।।
        • ।।संभावना।।
        • ।।सिपाही देखैए आमक गाछ।।
        • ।।जै ठां भेटए अहार ।।
        • ।।ककरा लेल लिखै छी ॥
        • ।।स्त्रीक दुनिञा।।
        • ।।घर ।।
      • रामधारी सिंह दिनकर>
        • मिथिला
        • परिचय
        • समर शेष है
        • परशुराम की प्रतीक्षा
        • परशुराम की प्रतीक्षा
        • परशुराम की प्रतीक्षा
        • रश्मिरथी – सप्तम सर्ग
        • रश्मिरथी -पंचम सर्ग
        • रश्मिरथी-चतुर्थ सर्ग
        • रश्मिरथी-तृतीय सर्ग
        • रश्मिरथी-द्वितीय सर्ग
        • रश्मिरथी – प्रथम सर्ग
      • विद्यापति>
        • कंटक माझ कुसुम परगास
        • आहे सधि आहे सखि
        • आसक लता लगाओल सजनी
        • आजु दोखिअ सखि बड़
        • अभिनव कोमल सुन्दर पात
        • अभिनव पल्लव बइसंक देल
        • नन्दनक नन्दन कदम्बक
        • बटगमनी
        • माधव ई नहि उचित विचार
      • कीर्ति नारायण मिश्र >
        • अकाल
      • मधुकर गंगाधर >
        • स्तिथि
        • दू टा कविता
        • प्रार्थना
        • मीत
        • जिनगी
      • महाप्रकाश>
        • जूता हमर माथ पर सवार अछि
      • हरिवंशराय बच्चन >
        • आ रही रवि की सवारी
        • है अँधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है?
        • अग्निपथ
        • क्या भूलूं क्या याद करूँ मैं
        • यात्रा और यात्री
        • मधुशाला -1>
          • 2
          • 3
          • 4
          • 5
          • 6
          • 7
        • मैं कहाँ पर, रागिनी मेरा कहाँ पर
      • जयशंकर प्रसाद >
        • आत्‍मकथ्‍य
        • आँसू -1>
          • आँसू-2
          • आँसू-3
          • आँसू-4
          • आँसू-5
          • आँसू-6
        • प्रयाणगीत
        • बीती विभावरी जाग री
      • गजानन माधव मुक्तिबोध>
        • भूल ग़लती
        • पता नहीं...
        • ब्रह्मराक्षस
        • लकड़ी का रावण
        • चांद का मुँह टेढ़ा है
        • डूबता चांद कब डूबेगा
        • एक भूतपूर्व विद्रोही का आत्म-कथन
        • मुझे पुकारती हुई पुकार
        • मुझे क़दम-क़दम पर
        • मुझे याद आते हैं
        • मुझे मालूम नहीं
        • एक अरूप शून्य के प्रति
        • शून्य
        • मृत्यु और कवि
        • विचार आते हैं
      • अली सरदार जाफ़री>
        • मेरा सफ़र>
          • तरान-ए-उर्दू
          • हाथों का तराना
          • अवध की ख़ाके-हसीं
          • पत्थर की दीवार
          • लम्हों के चिराग़
        • एलान-ए-जंग
        • मेरा सफ़र.
        • वेद-ए-मुक़द्दस
      • गजेन्द्र ठाकुर>
        • धांगि बाट बनेबाक दाम अगूबार पेने छेँ
        • डिस्कवरी ऑफ मिथिला
      • पंकज पराशर >
        • आख़िरी सफ़र पर निकलने तक
        • पुरस्कारोत्सुकी आत्माएँ
        • बऊ बाज़ार
        • रात्रि से रात्रि तक
        • मरण जल
        • हस्त चिन्ह
      • मनीष सौरभ >
        • शाम, तन्हाई और कुछ ख्याल
        • सखी ये दुर्लभ गान तुम्हारा
        • मैं अभी हारा नही हू
        • क्या तुम् मेरे जैसी हो
      • जयप्रकाश मानस>
        • पता नहीं
        • मृत्यु के बाद
        • जाने से पहले
        • ऊहापोह
        • ख़ुशगवार मौसम
        • जब कभी हो ज़िक्र मेरा
        • लोग मिलते गये काफ़िला बढ़ता गया
        • आयेगा कोई भगीरथ
        • प्रायश्चित
        • अशेष
      • केदारनाथ अग्रवाल >
        • तुम भी कुछ हो
        • समुद्र वह है
        • वह चिड़िया जो
        • पूंजीवादी व्यवस्था
        • अन्धकार में खड़े हैं
        • प्रक्रति चित्र
        • मार्क्सवाद की रोशनी
        • वह पठार जो जड़ बीहड़ था
        • लिपट गयी जो धूल
        • आवरण के भीतर
        • काल बंधा है
        • कंकरीला मैदान
        • गई बिजली
        • पाँव हैं पाँव
        • बुलंद है हौसला
        • बूढ़ा पेड़
        • आओ बैठो
        • आदमी की तरह
        • एक हथौड़े वाला घर में और हुआ!
        • घर के बाहर
        • दुख ने मुझको
        • पहला पानी
        • बैठा हूँ इस केन किनारे
        • वह उदास दिन
        • हे मेरी तुम
        • वसंती हवा
        • लघुदीप
        • एक खिले फूल से
      • डॉ.धर्मवीर भारती >
        • अँधा युग
      • सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला>
        • सरोज स्मृति
        • कुकुरमुत्ता
        • राम की शक्ति पूजा
        • तोड़ती पत्थर
      • कालीकांत झा "बूच" >
        • सरस्वती वंदना
        • गीत
        • आउ हमर हे राम प्रवासी
        • गौरी रहथु कुमारी
        • कपीश वंदना
      • जगदीश प्रसाद मण्‍डल>
        • एकैसम सदीक देश
        • मन-मणि
        • जरनबि‍छनी
        • गीत- १
        • गीत-२
      • वंदना नागर उप्पल >
        • रूह......
        • आखरी पल
        • जरा
        • शान
      • प्रियंका भसीन >
        • परिचय
  • उपन्यास
    • मायानंद मिश्र >
      • भारतीय परम्पराक भूमिका >
        • सुर्यपुत्रिक जन्म
        • भूगोलक मंच पर इतिहासक नृत्य
        • सभ्यताक श्रृंगार :सांस्कृतिक मुस्कान
        • भारतक संधान : इतिहासक चमत्कार
        • भारतमे इतिहासक संकल्पना
        • भारतीय इतिहासक किछु तिथि संकेत
        • भारतीय समाज : चतुर पंच
        • भारतीय आस्थाक रूप : विष्वासक रंग
        • पूर्वोत्तरक तीन संस्कृति - कौसल,विदेह,मगध
      • मंत्रपुत्र >
        • प्रथम मंडल
        • द्वितीय मण्डल
        • तृतीय मंडल
        • चतुर्थ मण्डल
        • पंचम मंडल
        • षष्ठ मण्डल
        • सप्तम मंडल
        • अष्टम मण्डल
        • नवम मंडल
        • दशम मंडल
        • उपसंहार
    • मुंशी प्रेमचन्द >
      • निर्मला>
        • निर्मला -1
        • निर्मला -2
        • निर्मला -3
        • निर्मला - 4
        • निर्मला - 5
        • निर्मला -6
        • निर्मला -7
        • निर्मला -8
      • नमक का दारोगा
      • ईदगाह
      • कफ़न
      • पंच परमेश्वर
      • बड़े घर की बेटी
      • ठाकुर का कुआँ
      • शूद्रा
      • पूस की रात
      • झाँकी
      • त्रिया-चरित्र
    • असगर वजाहत >
      • मन-माटी
      • ज़ख्म
    • वंदना नागर उप्पल >
      • अधुरा प्रेम-वंदना नागर उप्पल
  • योगदान कैसे करें
  • फोटो गैलेरी
  • आर्ट गैलेरी
  • वीडियो
  • संपर्क
  • ब्लॉग
  • वेब लिंक्स
  • सन्देश

डिस्कवरी ऑफ मिथिला  



मिथिलाक खोज
१.गौरी-शंकर स्थान- मधुबनी जिलाक जमथरि गाम आऽ हैंठी बाली गामक बीच ई स्थान गौरी आऽ शङ्करक सम्मिलित मूर्त्ति आऽ एहि पर मिथिलाक्षरमे लिखल पालवंशीय अभिलेखक कारणसँ विशेष रूपसँ उल्लेखनीय अछि। ई स्थल एकमात्र पुरातन स्थल अछि जे पूर्ण रूपसँ गामक उत्साही कार्यकर्त्ता लोकनिक सहयोगसँ पूर्ण रूपसँ विकसित अछि। शिवरात्रिमे एहि स्थलक चुहचुही देखबा योग्य रहैत अछि। बिदेश्वरस्थानसँ २-३ किलोमीटर उत्तर दिशामे ई स्थान अछि।
२.भीठ-भगवानपुर अभिलेख- राजा नान्यदेवक पुत्र मल्लदेवसँ संबंधित अभिलेख एतए अछि। मधुबनी जिलाक मधेपुर थानामे ई स्थल अछि।
३.हुलासपट्टी- मधुबनी जिलाक फुलपरास थानाक जागेश्वर स्थान लग हुलासपट्टी गाम अछि। कारी पाथरक विष्णु भगवानक मूर्त्ति एतए अछि।
४.पिपराही-लौकहा थानाक पिपराही गाममे विष्णुक मूर्त्तिक चारू हाथ भग्न भए गेल अछि।
५.मधुबन- पिपराहीसँ १० किलोमीटर उत्तर नेपालक मधुबन गाममे चतुर्भुज विष्णुक मूर्त्ति अछि।
६.अंधरा-ठाढ़ीक स्थानीय वाचस्पति संग्रहालय- गौड़ गामक यक्षिणीक भव्य मूर्त्ति एतए राखल अछि।
७.कमलादित्य स्थान- अंधरा ठाढ़ी गामक लगमे कमलादित्य स्थनक विष्णु मंदिर कर्णाट राजा नान्यदेवक मंत्री श्रीधर दास द्वारा स्थापित भेल।
८.झंझारपुर अनुमण्डलक रखबारी गाममे वृक्ष नीचाँ राखल विष्णु मूर्त्ति, गांधारशैली मे बनाओल गेल अछि।
९.पजेबागढ़ वनही टोल- एतए एकटा बुद्ध मूर्त्ति भेटल छल, मुदा ओकर आब कोनो पता नहि अछि। ई स्थल सेहो रखबारी गाम लग अछि।
१०.मुसहरनियां डीह- अंधरा ठाढ़ीसँ ३ किलोमीटर पश्चिम पस्टन गाम लग एकटा ऊंच डीह अछि।बुद्धकालीन एकजनियाँ कोठली, बौद्धकालीन मूर्त्ति, पाइ, बर्त्तनक टुकड़ी आऽ पजेबाक अवशेष एतए अछि।
११.भगीरथपुर- पण्डौल लग भगीरथपुर गाममे अभिलेख अछि जाहिसँ ओइनवार वंशक अंतिम दुनू शासक रामभद्रदेव आऽ लक्ष्मीनाथक प्रशासनक विषयमे सूचना भेटैत अछि।
१२.अकौर- मधुबनीसँ २० किलोमीटर पश्चिम आऽ उत्तरमे अकौर गाममे एकटा ऊँच डीह अछि, जतए बौद्धकालक मूर्त्ति अछि।
१३.बलिराजपुर किला- मधुबनी जिलाक बाबूबरही प्रखण्डसँ ३ किलोमीटर पूब बलिराजपुर गाम अछि। एकर दक्षिण दिशामे एकटा पुरान किलाक अवशेष अछि। किला पौन किलोमीटर नमगर आऽ आध किलोमीटर चाकर अछि। दस फीटक मोट देबालसँ ई घेरल अछि।
१४. असुरगढ़ किला- मिथिलाक दोसर किला मधुबनी जिलाक पूब आऽ उत्तर सीमा पर तिलयुगा धारक कातमे महादेव मठ लग ५० एकड़मे पसरल अछि।
१५.जयनगर किला- मिथिलाक तेसर किला अछि भारत नेपाल सीमा पर प्राचीन जयपुर आऽ वर्त्तमान जयनगर नगर लग। दरभंगा लग पंचोभ गामसँ प्राप्त ताम्र अभिलेख पर जयपुर केर वर्णन अछि।
१६.नन्दनगढ़- बेतियासँ १२ मील पश्चिम-उत्तरमे ई किला अछि। तीन पंक्त्तिमे १५ टा ऊँच डीह अछि।
१७.लौरिया-नन्दनगढ़- नन्दनगढ़सँ उत्तर स्थित अछि, एतए अशोक स्तंभ आऽ बौद्ध स्तूप अछि।
१८.देकुलीगढ़- शिवहर जिलासँ तीन किलोमीटर पूब हाइवे केर कातमे दू टा किलाक अवशेष अछि। चारू दिशि खाइ अछि।
१९.कटरागढ़- मुजफ्फरपुरमे कटरा गाममे विशाल गढ़ अछि, देकुली गढ़ जेकाँ चारू कात खधाइ खुनल अछि।
२०.नौलागढ़-बेगुसरायसँ २५ किलोमीटर उत्तर ३५० एकड़मे पसरल ई गढ़ अछि।
२१.मंगलगढ़-बेगूसरायमे बरियारपुर थानामे काबर झीलक मध्य एकटा ऊँच डीह अछि। एतए ई गढ़ अछि।
२२.अलौलीगढ़-खगड़ियासँ १५ किलोमीटर उत्तर अलौली गाम लग १०० एकड़मे पसरल ई गढ़ अछि।
२३.कीचकगढ़-पूर्णिया जिलामे डेंगरघाटसँ १० किलोमीटर उत्तर महानन्दा नदीक पूबमे ई गढ़ अछि।
२४.बेनूगढ़-टेढ़गछ थानामे कवल धारक कातमे ई गढ़ अछि।
२५.वरिजनगढ़-बहादुरगंजसँ छह किलोमीटर दक्षिणमे लोनसवरी धारक कातमे ई गढ़ अछि।
२६.गौतम तीर्थ- कमतौल स्टेशनसँ ६ किलोमीटर पश्चिम ब्रह्मपुर गाम लग एकटा गौतम कुण्ड पुष्करिणी अछि।
२७.हलावर्त्त- जनकपुरसँ ३५ किलोमीटर दक्षिण पश्चिममे सीतामढ़ी नगरमे हलवेश्वर शिव मन्दिर आऽ जानकी मन्दिर अछि। एतएसँ देढ़ किलोमीटर पर पुण्डरीक क्षेत्रमे सीताकुण्ड अछि। हलावर्त्तमे जनक द्वार हर चलएबा काल सीता भेटलि छलीह। राम नवमी (चैत्र शुक्ल नवमी) आऽ जानकी नवमी (वैशाख शुक्ल नवमी) पर एतए मेला लगैत अछि।
२८.फुलहर-मधुबनी जिलाक हरलाखी थानामे फुलहर गाममे जनकक पुष्पवाटिका छल जतए सीता फूल लोढ़ैत छलीह।
२९.जनकपुर-बृहद् विष्णुपुराणमे मिथिलामाहात्म्यमे जनकपुर क्षेत्रक वर्णन अछि। सत्रहम शताब्दीमे संत सूर किशोरकेँ अयोध्यामे सरयू धारमे राम आऽ जानकीक दू टा भव्य मूर्त्ति भेटलन्हि, जकरा ओऽ जानकी मन्दिर, जनकपुरमे स्थापित कए देलन्हि। वर्त्तमान मन्दिरक स्थापना टीकमगढ़क महारानी द्वारा १९११ ई. मे भेल। नगरक चारूकात यमुनी, गेरुखा आऽ दुग्धवती धार अछि। राम नवमी (चैत्र शुक्ल नवमी),जानकी नवमी (वैशाख शुक्ल नवमी) आऽ विवाह पंचमी (अगहन शुक्ल पंचमी) पर एतए मेला लगैत अछि।
३०.धनुषा- जनकपुरसँ १५ किलोमीटर उत्तर धनुषा स्थानमे पीपरक गाछक नीचाँ एकटा धनुषाकार खण्ड पड़ल अछि। रामक तोड़ल ई धनुष अछि। एहिसँ पूब वाणगंगा धार बहैत अछि जे लक्ष्मण द्वारा वाणसँ उद्घाटित भेल छल।
३१.सुग्गा-जनकपुर लग जलेश्वर शिवधामक समीप सुग्गा ग्राममे शुकदेवजीक आश्रम अछि। शुकदेवजी जनकसँ शिक्षा लेबाक हेतु मिथिला आयल छ्लाह- एहि ठाम हुनकर ठहरेबाक व्यवस्था भेल छल।
३२.सिंहेश्वर- मधेपुरासँ ५ किलोमीटर गौरीपुर गाम लग सिंहेश्वर शिवधाम अछि।
३३.कपिलेश्वर-कपिल मुनि द्वार स्थापित महादेव मधुबनीसँ ६ किलोमीटर पश्चिमममे अछि।
३४.कुशेश्वर- समस्तीपुरसँ उत्तर-पूब, लहेरियासरायसँ 60 किलोमीटर दक्षिण-पूब आऽ सहरसासँ २५ किलोमीटर पश्चिम ई एकटा प्रसिद्ध शिवस्थान अछि।
३५.सिमरदह-थलवारा स्टेशन लग शिवसिंह द्वारा बसाओल शिवसिंहपुर गाम लग ई शिवमन्दिर अछि।
३६.सोमनाथ- मधुबनी जिलाक सौराठ गाममे सभागाछी लग सोमदेव महादेव छथि।
३७.मदनेश्वर- मधुबनी जिलाक अंधरा ठाढ़ीसँ ४ किलोमीटर पूब मदनेश्वर शिव स्थान अछि।
३८.बसैटी अभिलेख- पूणियाँमे श्रीनगर लग मिथिलाक्षर ई अभिलेख मिथिलाक पहिल महिला शासक रानी इद्रावतीक राज्यकालक वर्णन करैत अछि। एकर आधार पर मदनेश्वर मिश्र ’एक छलीह महारानी’ उपन्यास सेहो लिखने छथि।
३९.चण्डेश्वर- झंझारपुरमे हररी गाम लग चण्डेश्वर ठाकुर द्वारा स्थापितचण्डेश्वर शिवस्थान अछि।
४०.बिदेश्वर-मधुबनी जिलामे लोहनारोड स्टेशन लग स्थित शिवधाम स्थापना महाराज माधवसिंह कएलन्हि। ताहि युगक मिथिलाक्षरमे अभिलेख सेहो एतए अछि।
४१.शिलानाथ- जयनगर लग कमला धारक कातमे शिलानाथ महादेव छथि।
४२.उग्रनाथ-मधुबनीसँ दक्षिण पण्डौल स्टेशन लग भवानीपुर गाममे उगना महादेवक शिवलिंग अछि। विद्यापतिकेँ प्यास लगलन्हि तँ उगनारूपी महादेव जटासँ गंगाजल निकालि जल पिएलखिन्ह। विद्यापतिक हठ कएला पर एहि स्थान पर गना हुनका अपन असल शिवरूपक दर्शन देलखिन्ह।
४३.उच्चैठ छिन्नमस्तिका भगवती- कमतौल स्टेशनसँ १६ किलोमीटर पूर्वोत्तर उच्चैठमे कालिदास भगवतीक पूजा करैत छलाह। भगवतीक मौलिक मूर्त्ति मस्तक विहीन अछि।
४४.उग्रतारा-मण्डन मिश्रक जन्मभूमि महिषीमे मण्डनक गोसाउनि उग्रतारा छथि।
४५.भद्रकालिका- मधुबनी जिलाक कोइलख गाममे भद्रकालिका मंदिर अछि।
४६.चामुण्डा-मुजफ्फर्पुर जिलामे कटरगढ़ लग लक्ष्मणा वा लखनदेइ धार लग दुर्गा द्वारा चण्ड-मुण्डक वध कएल गेल। ओहि स्थान पर ई मन्दिर अछि।
४७.परसा सूर्य मन्दिर- झंझारपुरमे सग्रामसँ पाँच किलोमीटर पूर्व परसा गाममे सढ़े चारि फीटक भव्य सूर्य मूर्त्ति भेटल अछि।
४८.बिसफी- मधुबनी जिलाक बेनीपट्टी थानामे कमतौल रेलवे स्टेशनसँ ६ किलोमीटर पूब आऽ कपिलेश्वर स्थानसँ ४ किलोमीटर पश्चिम बिसफी गाम अछि। विद्यापतिक जन्म-स्थान ई गाम अछि। एतए विद्यापतिक स्मारक सेहो अछि।
४९.मंदार पर्वत-बांका स्थित स्थलमे मिथिलाक्षरक गुप्तवंशीय ७म् शताब्दीक अभिलेख अछि। समुद्र मंथनक हेतु मंदारक प्रयोग भेल छल।
५०.विक्रमशिला-भागलपुरमे स्थित ई विश्वविद्यालय बौद्ध नालन्दा विश्वविद्यालयक विपरीत सनातन धर्मक शिक्षाक केन्द्र रहल।
५१.मिथिलाक बीस टा सिद्ध पीठ- १.गिरिजास्थान(फुलहर,मधुबनी),२.दुर्गास्थान(उचैठ, मधुबनी),३.रहेश्वरी(दोखर,मधुबनी),४.भुवनेश्वरीस्थान(भगवतीपुर,मधुबनी),५.भद्रकालिका(कोइलख, मधुबनी),६.चमुण्डा स्थान(पचाही, मधुबनी),७.सोनामाइ(जनकपुर, नेपाल),८.योगनिद्रा(जनकपुर, नेपाल)९.कालिका स्थान(जनकपुर स्थान),१०.राजेश्वरी देवी(जनकपुर, नेपाल),११.छिनमस्ता देवी(उजान, मधुबनी),१२.बन दुर्गा(खररख, मधुबनी),१३.सिधेश्वरी देवी(सरिसव, मधुबनी),१४.देवी-स्थान(अंधरा ठाढ़ी,मधुबनी),१५.कंकाली देवी(भारत नेपाल सीमा आऽ रामबाग प्लेस, दरभंगा)१६.उग्रतारा(महिषी, सहरसा), १७.कात्यानी देवी(बदलाघाट, सहरसा),१८.पुरन देवी(पूर्णियाँ),१९.काली स्थान(दरभंगा),२०.जैमंगलास्थान(मुंगेर)।

Powered by Create your own unique website with customizable templates.