मेरी कहानी
समय के पन्नों में दर्ज
सारी कहानियों में
कुछ
मेरी भी हैं
दबी हुई
बेचैन सी
उम्मीदों का बोझ लादे
थककर चूर
शब्दों के कुछ ढेर गिरकर
हो गए हैं
मैले
हवाओं और धूप की पहुँच से दूर
पीले पड़ते जा रहे हैं
हरे हरे
सपने
किसी उदास चेहरे की तरह
उतर गया है
शब्दों का अर्थ
शब्द खाली आँखों से
जाने क्या टटोल रहे हैं
समय की गर्द में
एक पीड़ा सी उठती है
और
दब कर रह जाती है
एक और कहानी
सारी कहानियों में
कुछ
मेरी भी हैं
दबी हुई
बेचैन सी
उम्मीदों का बोझ लादे
थककर चूर
शब्दों के कुछ ढेर गिरकर
हो गए हैं
मैले
हवाओं और धूप की पहुँच से दूर
पीले पड़ते जा रहे हैं
हरे हरे
सपने
किसी उदास चेहरे की तरह
उतर गया है
शब्दों का अर्थ
शब्द खाली आँखों से
जाने क्या टटोल रहे हैं
समय की गर्द में
एक पीड़ा सी उठती है
और
दब कर रह जाती है
एक और कहानी